टन टन टन टन घंटी बोली
हो गयी छुटी कह कर डोली
झट कंधो पर लटके बस्ते
बच्चे भागे घर के रस्ते
अब घंटी मन में पछताई
नाहक अपनी गाल बजाई
नहीं करुँगी छुट्टी कल से
देखूं बच्चे घर जायेंगे कैसे
हो गयी छुटी कह कर डोली
झट कंधो पर लटके बस्ते
बच्चे भागे घर के रस्ते
अब घंटी मन में पछताई
नाहक अपनी गाल बजाई
नहीं करुँगी छुट्टी कल से
देखूं बच्चे घर जायेंगे कैसे
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